ॐ ब्रह्म यज्ञानं प्रथमं पुरस्ताद्विसीमतः सुरुची वेन आवः ।
सबुध्न्या
उपमा अस्य विष्ठाः सतश्चयोनिमसतश्चविवः ।।
ब्रह्माणं शिरसा नित्यं अष्टनेत्रं चतुर्मुखं ।
गायत्री सहितं देवं ब्रह्माणं आवाहयाम्यहम् ।।
ब्रह्मयोनि चतुर्मुर्ति वेदगर्भ पितामह ।
आयान्तु ब्रह्मलोकानां तस्मै श्री ब्रह्मणे नमः ।।
हंसपृष्ठसमारुढ़ं देवतागणपूजितम्
।
आवाहयाम्यहम् देवं
ब्रह्माणं कमलासनम् ।।
ॐ ब भ म य र ल संज्ञोरक्षरैर्दीप्तपद्मे ।
सुरुचिरमुपविष्ट चिन्तयेत पद्म योनिम ।।
अभयवरदहस्तम चारुकुम्भाक्षमाला ।
विकसितकरपद्मं सृष्टिकृदविश्वमुर्तिम ।।
वेदान्तनाथाय विद्महे हिरण्यगर्भाय धीमहि तन्नः ब्रह्मा
प्रचोदयात् ।।
हमारे ब्राह्मणों से पूजन हवन अनुष्ठान
रुद्राभिषेक इत्यादि स्वयं के लिए अथवा अपने प्रियजनों के लिए करवाने के लिए
निम्नलिखित जानकारी दें ।
(यदि आप स्वयं उपस्थित हो सकें तो अधिक उत्तम है ।
यदि किसी कारण स्वयं उपस्थित न हो सके
तो निम्नलिखित जानकारी दें ।)
1, आपका पता - मकान न०,
गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य
आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
4, आपका whatsapp नम्बर ।
5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म
तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।
No comments:
Post a Comment