ॐ कया नश्चित्रेति मन्त्रस्य वामदेव ऋषिः गायत्री छन्दः
राहुर्देवता राहु प्रीत्यर्थे जपे विनियोगः ।।
सिंहिकासुत राहवे नमः
चक्रेण छिन्नमूर्द्धानं विष्णुना च निरीक्षितम् ।
ॐ कया नश्चित्र आ भुवदूती सदावृधः सखा । कया
शचिष्ठया वृता ।
अर्धकायं महावीर्यं चन्द्रादित्यविमर्दनम् ।
सिंहिकागर्भसम्भूतं राहुमावाहयाम्यम् ।।
ॐ भूर्भुवःस्वः राठिनपुरोद्भव पैठीनसगोत्र कृष्णवर्ण भो
राहो ! इहागच्छ, इह तिष्ठ ॐ राहवे नमः, राहुमावाहयामि स्थापयामि
।
नीलवर्णाय विद्महे सैंहिकेयाय धीमहि तन्नः राहु प्रचोदयात ।
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः १८०००
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निम्नलिखित जानकारी दें ।
(यदि आप स्वयं उपस्थित हो सकें तो अधिक उत्तम है ।
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तो निम्नलिखित जानकारी दें ।)
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गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य
आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
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5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म
तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।
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