Friday, December 18, 2015

यज्ञोपवीतं


विनियोग ॐ यज्ञोपवीतमिति मन्त्रस्य परमेष्ठी ऋषिः, लिङ्गोक्ता  देवताः, त्रिष्टुप छन्दः, यज्ञोपवीतधारणे विनियोगः


यज्ञोपवीतं परमं पवित्रं प्रजपतेर्यत् सहजं पुरस्तात्
आयुष्यमग्र्यं प्रतिमुञ्च शुभ्रं यज्ञोपवीतं बलमस्तु तेजः ।।

ॐ यज्ञोपवीतामसि यज्ञस्य त्वा यज्ञोपवीतेनोपनह्यामि  



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1, आपका पता - मकान न०, गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
4, आपका whatsapp नम्बर ।
5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।


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