ॐ शङ्खं चन्द्रार्कदैवत्यं वरुणं चाधिदैवतम् ।
पृष्ठे प्रजापतिं विद्यादग्रे गंगा सरस्वती ।।
पृथिव्या यानि तीर्थानि स्थावराणि चराणि च ।
तानि तीर्थानि शङ्खेऽस्मिन विशन्तो ब्रह्मशासनात ।।
त्वं पुरा सागरोत्पन्नो विष्णुना विधृतः करे ।
नमितः सर्वदेवैश्च पाञ्चजन्य नमोस्तुते ।।
पाञ्चजन्याय विद्महे पावमानाय धीमहि तन्नः शङ्खं प्रचोदयात्
।।
ॐ भूर्भुवः स्वः शङ्खस्थदेवताय नमः
ॐ सर्ववाद्यमयि घण्टाय नमः
आगमार्थन्तु देवानां गमनार्थन्तु राक्षसाम् ।
कुरु घण्टे वरं नादं देवतास्थानसन्निधो ।।
ॐ भूर्भुवः स्वः घण्टास्थाय गरुढ़ाय नमः
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रुद्राभिषेक इत्यादि स्वयं के लिए अथवा अपने प्रियजनों के लिए करवाने के लिए
निम्नलिखित जानकारी दें ।
(यदि आप स्वयं उपस्थित हो सकें तो अधिक उत्तम है ।
यदि किसी कारण स्वयं उपस्थित न हो सके
तो निम्नलिखित जानकारी दें ।)
1, आपका पता - मकान न०,
गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य
आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
4, आपका whatsapp नम्बर ।
5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म
तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।
bahut janakri
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