आतापि भक्षतो येन वातापि च महाबलाः ।
समुद्रो शोषितो तेन सा मे अगस्त्य प्रसीदतोः ।।
ध्रुव राज महा प्राज्ञ पञ्च वर्षाणि महा तपः ।
ग्रहाणामधिपं श्रेष्ठं सा मे ध्रुव प्रसीदतो ।।
ॐ पञ्च वर्षाय विद्महे अखण्ड तपाय धीमहि तन्नः ध्रुवः
प्रचोदयात ।।
हमारे ब्राह्मणों से पूजन हवन अनुष्ठान
रुद्राभिषेक इत्यादि स्वयं के लिए अथवा अपने प्रियजनों के लिए करवाने के लिए
निम्नलिखित जानकारी दें ।
(यदि आप स्वयं उपस्थित हो सकें तो अधिक उत्तम है ।
यदि किसी कारण स्वयं उपस्थित न हो सके
तो निम्नलिखित जानकारी दें ।)
1, आपका पता - मकान न०,
गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य
आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
4, आपका whatsapp नम्बर ।
5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म
तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।
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