अग्नि वास देखने के लिए एक कोष्ठक में शुक्ल पक्ष व कृष्ण पक्ष की तिथियाँ दी गयी हैं तथा एक तरफ से वार दिए गए हैं
दोनों तरफ से मिलाने पर अग्नि वास आसानी से जाना जा सकता है |
दोनों तरफ से मिलाने पर अग्नि वास आसानी से जाना जा सकता है |
यदि अग्नि वास पृथ्वी पर है तो सुखकारक
यदि आकाश में है तो प्राण हानिकारक
यदि पाताल में है तो धनहानि कारक होता है