तिथियों के स्वामी
किस तिथि को कोन से देवता की पूजा अधिक विशेष फलदायी होती है |
प्रतिपदा – अग्नि
द्वितीया – ब्रह्मा
तृतीया – गोरी
चतुर्थी – गणेश
षष्ठी – स्कन्द
सप्तमी – सूर्य
अष्टमी – शिव
नवमी – दुर्गा
दशमी – यम
एकादशी – विश्वेदेवा
द्वादशी – हरि
त्रयोदशी – कामदेव
चतुर्दशी – शिव
पूर्णिमा – चन्द्रमा
अमावस्या - पितर
हमारे ब्राह्मणों से पूजन हवन अनुष्ठान
रुद्राभिषेक इत्यादि स्वयं के लिए अथवा अपने प्रियजनों के लिए करवाने के लिए
निम्नलिखित जानकारी दें ।
(यदि आप स्वयं उपस्थित हो सकें तो अधिक उत्तम है ।
यदि किसी कारण स्वयं उपस्थित न हो सके
तो निम्नलिखित जानकारी दें ।)
1, आपका पता - मकान न०,
गली न०, मोहल्ला,शहर, ज़िला, राज्य
आदि । (आपको प्रसाद इसी पते पर भिजवाया जाएगा)
2, आपका गोत्र ।
3, आपका नाम तथा आपके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम ।
4, आपका whatsapp नम्बर ।
5, आपकी जन्म कुंडली या जन्म समय, जन्म
तारीख, जन्म स्थान ।
6, आपकी फोटो ।
No comments:
Post a Comment